Jab Zamaane Ne Sataaya To Nabi Yaad Aae Naat Lyrics
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए
मुश्किलें आईं तो आवाज़ लगाई उन को
मुश्किलों से निकल आया तो नबी याद आए
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए
चाहने वालों की महफ़िल में हुज़ूर आते हैं
जश्न-ए-मीलाद मनाया तो नबी याद आए
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए
एक एक हर्फ़ ने आक़ा की गवाही दी है
माँ ने क़ुरआन पढ़ाया तो नबी याद आए
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए
चोर ईमान के आए थे मगर तुम ने रज़ा
नींद से हम को जगाया तो नबी याद आए
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए
धूप की ज़द में था ये नूर-ए-मुजस्सम कब से
सर पे आया कोई साया तो नबी याद आए
जब ज़माने ने सताया तो नबी याद आए
काम कोई भी न आया तो नबी याद आए