Nabi Ka Zikr Hi Khuda Ka Zikr Hai Naat Lyrics

 

 

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है
‘यदुल्लाह’ केह दिया तो साबित हो गया
नबी का हाथ ही ख़ुदा का हाथ है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है

नबी का ज़िक्र ही

स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

हम पे ऐसी अता है नबी की, भूल जाएं तो कैसे
हम को खतरे डराएंगे कैसे, पास आएँगे कैसे

ये आँखें नाम नहीं, कोई भी ग़म नहीं
करम हुज़ूर का हमारे साथ है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है

नबी का ज़िक्र ही

स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

उन का सदक़ा ही महके हुवे हैं दो जहां के नज़ारे
उन के फैज़े करम से है रौशन कहकशां और सितारे

ये सारी रौशनी, ये सारी दिलकशी
मेरे नबी के हुस्न की ज़कात है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है

नबी का ज़िक्र ही

स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

बे-अमल हूँ मगर मेरे आक़ा नज़रे रहमत करेंगे
मेरे जैसे गुनाहगार की भी वो शफ़ाअत करेंगे

बड़े अज़ीम हैं, बड़े करीम हैं
वो जिन के हाथ में मेरी निजात है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है

नबी का ज़िक्र ही

स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

वो जो कह दें वो हो के रहेगा, येही कहता है क़ुरआं
उनका फ़ारूक़ी ज़िंदा है फ़रमां, ये हमारा है ईमां

अगर वो दिन कहें तो रातें दिन बनें
कहें वो दिन को रात तो वो रात है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है
‘यदुल्लाह’ केह दिया तो साबित हो गया
नबी का हाथ ही ख़ुदा का हाथ है

नबी का ज़िक्र ही

नबी का ज़िक्र ही ख़ुदा का ज़िक्र है
नबी की बात ही ख़ुदा की बात है

नबी का ज़िक्र ही

स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन
स़ल्ले अ़ला नबीयेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

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