Dilon Ke Gulshan Mahak Rahe Hain Ye Kaif Kyun Aaj Aa Rahe Hain Naat Lyrics
Dilon Ke Gulshan Mahak Rahe Hain Ye Kaif Kyun Aaj Aa Rahe Hain Naat Lyrics दिलों के गुलशन महक रहे हैं, ये कैफ़ क्यूँ आज आ रहे हैं कुछ ऐसा महसूस हो रहा है, हुज़ूर तशरीफ़ ला रहे हैं नवाज़िशों पर नवाज़िशें हैं, इनायतों पर इनायतें हैं नबी की ना’तें सुना सुना कर…