Shahar-e-Nabi Teri Galiyon Ka Naqsha Hi Kuchh Aisa Hai Naat Lyrics
Shahar-e-Nabi Teri Galiyon Ka Naqsha Hi Kuchh Aisa Hai Naat Lyrics शहर-ए-नबी ! तेरी गलियों का नक़्शा ही कुछ ऐसा है ख़ुल्द भी है मुश्ताक़-ए-ज़ियारत, जल्वा ही कुछ ऐसा है शहर-ए-नबी ! तेरी गलियों का नक़्शा ही कुछ ऐसा है दिल को सुकून दे, आँख को ठंडक, रोज़ा ही कुछ ऐसा है फ़र्श-ए-ज़मीं…