Roo-siyaahon Par Karam Ai Do Jahaan Ke Taajdaar Naat Lyrics
Roo-siyaahon Par Karam Ai Do Jahaan Ke Taajdaar Naat Lyrics रू-सियाहों पर करम, ए दो जहाँ के ताजदार ! अपने ग़म में, अपनी उल्फ़त में रुलाओ ज़ार-ज़ार हुस्न-ए-गुलशन में सरासर है फ़रेब, ए दोस्तो ! देखना है हुस्न तो देखो ‘अरब के रेग-ज़ार हम ग़रीबों को मदीने में बुला लो, या नबी !…