Mere Dimaagh Mein Dil Mein Jigar Mein Rehte Hain Naat Lyrics
Mere Dimaagh Mein Dil Mein Jigar Mein Rehte Hain Naat Lyrics मेरे दिमाग़ में, दिल में, जिगर में रहते हैं ये घर है आक़ा का, अपने ही घर में रहते हैं मेरे दिमाग़ में, दिल में, जिगर में रहते हैं करम है रहमत-ए-आलम का सारे आलम पर वो नूर हो के लिबास-ए-बशर में रहते…