Aarzooen Kaisi Hain Kaash Yun Huwa Hota Naat Lyrics
Aarzooen Kaisi Hain Kaash Yun Huwa Hota Naat Lyrics आरज़ूएँ कैसी हैं ! काश ! यूँ हुवा होता बू-जहल के हाथों में कंकरी बना होता अपने आक़ा के आगे कलमा तो पढ़ा होता ग़ैब-दाँ नबी का एक मो’जिज़ा बना होताआरज़ूएँ कैसी हैं ! काश ! यूँ हुवा होता काश ! मैं हलीमा की बकरी ही…