Shah e Jeelan Peer e Peeran Meer e Meeran Naat Lyrics
शाहे-जीलां, पीरे-पीरां, मीरे-मीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
दुहाई या मुह़िय्युद्दीन दुहाई
बला इस्लाम पर नाज़िल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
अ़ज़ूमन क़ातिलन इ़न्दल-क़ितालि
मदद को आ दमे बिस्मिल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
रही हां शामते आ’माल येह भी
जो तू चाहे अभी ज़ाइल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
तेरे बाबा का फिर तेरा करम है
येह मुंह वरना किसी क़ाबिल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
ख़ुदारा मर्हमे ख़ाके क़दम दे
जिगर ज़ख़्मी है दिल घाइल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
भरन वाले तेरा झाला तो झाला
तेरा छींटा मेरा ग़ासिल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
रज़ा का ख़ातिमा बिलख़ैर होगा
तेरी रह़मत अगर शामिल है या ग़ौस
त़लब का मुँह तो किस क़ाबिल है या ग़ौस
मगर तेरा करम कामिल है या ग़ौस
ऐ शाहे-जीलां, ऐ पीरे-पीरां
ऐ शाहे-जीलां, ऐ मीरे-मीरां
शाहे-जीलां, पीरे-पीरां, मीरे-मीरां