Noor Waale Nabi Aa Gae Naat Lyrics
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
कट गई शाम-ए-ज़ुल्मत, सवेरा हुवा
देखो ! तशरीफ़ लाए हैं ख़ैरुल-वरा
जिन के तल्वों से चमकेगा ग़ार-ए-हिरा
दो जहाँ मिल के पढ़ते हैं सल्ले अ़ला
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
रहमतों की घटा गिर के छाने लगी
हर तरफ़ रौशनी मुस्कुराने लगी
ज़ुल्मत-ए-कुफ़्र मुँह को छुपाने लगी
ख़ाना-ए-का’बा से आवाज़ आने लगी
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
ये सआदत थी सिर्फ़ आमिना के लिए
उन का आँगन सजे मुस्तफ़ा के लिए
जो हैं दर्मां ग़म-ए-ला-दवा के लिए
आसियों बे-कसों पर अता के लिए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
नेक बन्दों में जाह-ओ-हशम बाँटने
ग़म-कदों में बहार-ए-इरम बाँटने
हम से मंगतों में लुत्फ़-ओ-करम बाँटने
आज अपने पराए का ग़म बाँटने
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
ताजदार-ए-हरम, सय्यिद-ए-मुर्सलाँ
नूर-ए-हक़ में नहाने लगे दो-जहाँ
लाए तशरीफ़ सुल्तान-ए-कौन-ओ-मकाँ
दे रहे हैं ये जिब्रील दे कर अज़ाँ
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा
रौशनी दीन-ए-फ़ितरत की लाई गई
राह इन्सां को सीधी दिखाई गई
ज़ुल्मत-ए-ग़म जहाँ से मिटाई गई
हर किसी को ख़बर ये सुनाई गई
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
आ गए, आ गए, आ गए, नूर वाले नबी आ गए
मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा, मरहबा