Ik Shab-e-Taar Hai Be-Panaah Pyaar Hai Nazm – Iz Huma Fil-Ghaar Naat Lyrics

Ik Shab-e-Taar Hai Be-Panaah Pyaar Hai Nazm – Iz Huma Fil-Ghaar Naat Lyrics

 

 

इक शब-ए-तार है
और इक ग़ार है
और इस ग़ार में
एक सच्चा है और एक सच्चाई है
इक मोहब्बत है और एक हुब-दार है
बे-पनाह प्यार है
बे-पनाह प्यार है
जिस पे शाहिद है नूरानी फ़रमान भी
रब का क़ुरआन भी
बे-पनाह प्यार है
ज़ानू-ए-यार पर
यार-ए-फ़िल-ग़ार पर
दौलत-ए-दो-जहाँ
जल्वा-पैरा हुई
फ़ैज़-फ़रमा हुई
लेकिन उस ग़ार के कोने-खुदरे में मौजूद इक साँप से
ये तक़र्रुब का मंज़र न देखा गया
शोख़ ने डस लिया
साँप के ज़हर से ज़ब्त सिद्दीक़-ए-अकबर का टूटा मगर
साँप को क्या ख़बर ?
इस की तर आँख से
उन के रुख़्सार तक
नुक़रई आब का
महरम-ए-ख़्वाब तक
जो सफ़र हो गया
मो’तबर हो गया

शायर:
नादिर सिद्दीक़ी

ना’त-ख़्वाँ:
ख़ालिद हसनैन ख़ालिद

 

ik shab-e-taar hai
aur ik Gaar hai
aur is Gaar me.n
ek sachcha hai aur ek sachchaai hai
ik mohabbat hai aur ek hub-daar hai
be-panaah pyaar hai
be-panaah pyaar hai
jis pe shaahid hai nooraani farmaan bhi
rab ka qur.aan bhi
be-panaah pyaar hai
zaanu-e-yaar par
yar-e-fil-Gaar par
daulat-e-do-jahaa.n
jalwa-paira hui
faiz-farma hui
lekin us Gaar ke kone-khudre me.n maujood ik saa.np se
ye taqarrub ka manzar na dekha gaya
shoKH ne Das liya
saa.np ke zahr se zabt siddiq-e-akbar ka TooTa magar
saa.np ko kya KHabar ?
is ki tar aankh se
un ke ruKHsaar tak
nuqrai aab ka
mahram-e-KHwaab tak
jo safar ho gaya
mo’tabar ho gaya

Similar Posts

  • Aashiqo Aao Dar-e-Ghaus Ka Jalwa Dekho Naat Lyrics

    Aashiqo Aao Dar-e-Ghaus Ka Jalwa Dekho Naat Lyrics   शाह-ए-जीलाँ ! शाह-ए-जीलाँ ! शाह-ए-जीलाँ ! शाह-ए-जीलाँ ! ‘आशिक़ो ! आओ, दर-ए-ग़ौस का जल्वा देखो अपनी दुनिया ही में जन्नत का नज़ारा देखो ‘आशिक़ो ! आओ, दर-ए-ग़ौस का जल्वा देखो सारे वलियों के हैं सरदार जो ग़ौस-ए-आ’ज़म है ये बग़दाद शहर उन का मदीना देखो ‘आशिक़ो…

  • Ya Mustafa Ya Mustafa Naat Lyrics

    Ya Mustafa Ya Mustafa Naat Lyrics     Ya Mustafa Ya Mustafa | Tu Hai Aashiq-e-Nabi Sab Ko Ye Batae Ja या मुस्तफ़ा ! या मुस्तफ़ा ! या मुस्तफ़ा ! तू है ‘आशिक़-ए-नबी सब को ये बताए जा मुस्तफ़ा के ‘इश्क़ में महफ़िलें सजाए जा या मुस्तफ़ा ! या मुस्तफ़ा ! या मुस्तफ़ा ! या…

  • Ishq Hai Ham Par Jin Ka Laazim Moosa Kaazim Moosa Kaazim Naat Lyrics

    Ishq Hai Ham Par Jin Ka Laazim Moosa Kaazim Moosa Kaazim Naat Lyrics   या इमाम-ए-मूसा-काज़िम ! या इमाम-ए-मूसा-काज़िम ! ‘इश्क़ है हम पर जिन का लाज़िम मूसा काज़िम, मूसा काज़िम हम हैं जिन के दर के मुलाज़िम मूसा काज़िम, मूसा काज़िम ‘इश्क़ है हम पर जिन का लाज़िम मूसा काज़िम, मूसा काज़िम आल-ए-नबी से…

  • Mere Khwaja Ka Mela Aaya Naat Lyrics

    Mere Khwaja Ka Mela Aaya Naat Lyrics     ख़्वाजा पिया ! ख़्वाजा पिया ! ख़्वाजा पिया ! ख़्वाजा पिया ! अजमेर की सुंदर नगरी में, वलियों के राजा रहते हैं उस देस का, यारो ! क्या कहना ! जिस देस में ख़्वाजा रहते हैं मेरे ख़्वाजा का मेला आया, मेरे ख़्वाजा का मेला आया…

  • Afsos Bahut Door Hun Gulzar-e-Nabi Se Naat Lyrics

    Afsos Bahut Door Hun Gulzar-e-Nabi Se Naat Lyrics     अफ़सोस ! बहुत दूर हूँ गुलज़ार-ए-नबी से काश ! आए बुलावा मुझे दरबार-ए-नबी से उल्फ़त है मुझे गेसू-ए-ख़मदार-ए-नबी से अब्रू-ओ-पलक, आँख से, रुख़्सार-ए-नबी से बूसैरी ! मुबारक हो तुम्हें बुर्द-ए-यमानी सौग़ात मिली ख़ूब है दरबार-ए-नबी से बीमार ! न मायूस हो, तू हुस्न-ए-यक़ीं रख दम…

  • Misaal-e-Mustafa Koi Payambar Ho Nahin Sakta Naat Lyrics

    Misaal-e-Mustafa Koi Payambar Ho Nahin Sakta Naat Lyrics   मिसाल-ए-मुस्तफ़ा कोई पयम्बर हो नहीं सकता सितारा लाख चमके, मेहर-ए-अनवर हो नहीं सकता तजल्ली ज़ात की है जल्वा-ए-रुख़्सार-ए-अहमद में हसीं ऐसा कोई, अल्लाहु अकबर ! हो नहीं सकता बड़ों में सब से पहले किस ने तस्दीक़-ए-रिसालत की सदाक़त में कोई सिद्दीक़-ए-अकबर हो नहीं सकता नबी के…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *