तु रहीम हे
तु करीम हे
मेरे मौला उन सभी ग़लतियों को माफ़ फ़रमा दे
या अल्लाह इस सब का सवाव तेरी बरगाह मे पेश करता हु क़बूल अता फ़रमा
क़बूल कर के या अल्लाह इस सब का सबाब दो जहाँ के आका वा मौला सरकारे मुस्तफ़ा मुहम्मद
सल्लल्लाहो ताआला अलय हे बसल्लम की बरगाहे रिशालत में पेश करता हु क़बूल फ़रमा
क़बूल कर के या अल्लाह इस सब का सबाब खुल फ़ाये राशेदीन तावाईन तवा-तावाईन मलाइक मुक़र्रबीन उम्मुल मोमिनीन अजबाज़े मुतह्हरात आप सभों की मुक़द्दस बरगाह में इस सब का सबाब पेश करता हु क़ुबूल अता फ़रमा
क़बूल कर के या अल्लाह इस सब का सबाब कुल अम्बिया एे किराम एक लाख चोबीस हज़ार कमोवेश दो लाख चोबीस हज़ार जो भी तशरीफ़ लाये आप सभों की मुक़द्दस बरगाह में इस सब का सबाब पेश करता हु क़ुबूल अता फ़रमा
क़बूल कर के या अल्लाह इस सब का सबाब कुल ख़ानकाहे चिश्तिया कुल ख़ानकाहे क़दरिया कुल ख़ानकाहे सोहरबरदिया, जमालिया, क़ुदसिया, रिज़्बिया, रब्बनिया, मनज़ूरिया, निजामिया आप सभों की मुक़द्दस बरगाह में इस सब का सबाब पेश करता हु क़ुबूल अता फ़रमा
क़बूल कर के या अल्लाह इस सब का सबाब ( जिस के नाम का त्योहार है और जिसकी रूह को इसका सवाब देना हैं, उनका नाम ) हुज़ूर के बसीले से पेश करता हु क़ुबूल फ़रमा.
इसके बाद जो भी और दुआ माँगनी हो माँगकर पड़े!
सुब्बहाना रब्बेका रब्बिल इज़्ज़ते अम्मा या सीफ़ून वास्साला मुन अलल मुरसलीन बल्हमदों लिल्लाहि रब्बिल आलामीन
1. अगर ईद हैं तो जेसी दुआ है वेसी ही पड़े
2. अगर बकरई ईद हैं तो
हज़रत इसमाईल जमीउल्लाह और इब्राहीम खलीलुल्लाह की बरगाह में पेश करता हु क़बूल आता फ़रमा
3. ईद ऐ मिलाद है तो जेसी दुआ है वेसी ही पड़े
4. 11 वी शरीफ़ में हर आयत को ग्यारह मर्तबा पड़े और साथ में ग्यारह मर्तबा दुरुदे गौसिया भी पड़े