Dil Dil Ramzan Naat Lyrics
अब तो सरकार के वसीले से
दिल हि मक्का है दिल मदीना है
जान ले जिसको इश्क हो दरकार
रहमते हक़ यहीं महीना है
दिल दिल रमज़ान दिल दिल रमज़ान
दिल दिल रमज़ान दिल दिल रमज़ान
अल्लाह का एहसान दिल दिल रमज़ान
शाने नुज़ूले क़ुरान दिल दील रमज़ान
सांसे जब तक हैं दिल सवाली रहे
हाथ में रोज़े कि वो जाली रहे
दिल मेरा जिक्र से न खाली रहे
रहमते हक़ यहीं महीना है
दिल जो हो जाए वक्फे इश्के रसूल
उसमें होता है रहमतों का नुज़ूल
जान ले जिस से हो गई कोई भूल
रहमते हक़ यहीं महीना है
दिल दिल रमज़ान दिल दिल रमज़ान
दिल दिल रमज़ान दिल दिल रमज़ान
अल्लाह का एहसान दिल दिल रमज़ान
शाने नुज़ूले क़ुरान दिल दील रमज़ान
ऐसी बरकत है सिमटती नहीं
जितनीं बांटो मगर ये गटती नहीं
बदलियाँ उस अता कि छटती नहीं
रहमते हक़ यहीं महीना है
ये सना-ख्वानियाँ ये हम्दो दुरूद
ये इबादत ये रुकू ये सुजूद
देखो हम सब हैं एक वुजूद
रहमते हक़ यहीं महीना है