Ae Raah-e-Haq Ke Shahidon Naat Lyrics
ऐ राह-ए-हक़ के शहीदों ! वफ़ा की तस्वीरों !
तुम्हें वतन की हवाएं सलाम कहती हैं
ऐ राह-ए-हक़ के शहीदों !
चले जो होगे शहादत का जाम पी कर तुम
रसूल-ए-पाक ने बाहों में ले लिया होगा
अली तुम्हारी शुजाअत पे झूमते होंगे
हुसैन-पाक ने इरशाद ये किया होगा
तुम्हें ख़ुदा की रिज़ाएं सलाम कहती हैं
ऐ राह-ए-हक़ के शहीदों !
लगाने आग जो आए थे आशियाने को
वो शो’ले अपने लहू से बुझा दिए तुमने
बचा लिया है यतीमी से कितने फूलों को
सुहाग कितनी बहारों के रख लिए तुमने
तुम्हें चमन की फ़ज़ाएँ सलाम कहती हैं
ऐ राह-ए-हक़ के शहीदों !
जनाब-ए-फ़ातिमा, जिगर-ए-रसूल के आगे
शहीद हो के किया माँ को सुर्ख़-रू तुमने
जनाब-ए-हज़रत-ए-ज़ैनब गवाही देती हैं
शहीदों ! रखी है बहनों की आबरू तुमने
वतन की बेटियाँ, माँएं सलाम कहती हैं
ऐ राह-ए-हक़ के शहीदों !