Aaj Milad Hai Mustafa Ka Naat Lyrics
मरहबा मरहबा, मरहबा मरहबा
मरहबा मरहबा, मरहबा मरहबा
घर घर में झंडे लगे हैं
सारे सुन्नी कहने लगे हैं
सारे नारा ये मिलके लगाओ
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
उठो सारे जहां को जगादो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
आसमां चाँद तारे लुटाए, ये ज़मीं भी फ़िदा होती जाए
ग़म के मारों ज़रा मुस्कुरा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
हम ना छोड़ेंगे जश्ने-विलादत, मेरी नस्लों की है इस से इज़्ज़त
अपने बच्चो में जज़्बा जगा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
ईद से बढ़ के हम को ख़ुशी है, चाँद उतरा है घर आमेना के
चाँदनी से जहां जगमगा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
आज खुशियां ज़माने में फैली, रौशनी आसमां से है उतरी
तुम भी घर कुमकुमों से सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
सदक़े जाऊं उजागर नबी के जिस ने ईमान मुझ को दिया है
अपना सब कुछ उन्हीं पे लुटा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
सारे बाज़ार गलियां सजा दो, आज मीलाद है मुस्तफ़ा का
मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया, मीलाद आया
घर घर में झंडे लगे हैं
सारे सुन्नी कहने लगे हैं
सारे नारा ये मिलके लगाओ