Umangein Josh Par Aain Iraade Gudgudaate Hain Naat Lyrics
Umangein Josh Par Aain Iraade Gudgudaate Hain Naat Lyrics उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं जमील-ए-क़ादरी ! शायद हबीब-ए-हक़ बुलाते हैं जगा देते हैं क़िस्मत चाहते हैं जिस की दम भर में वो जिस को चाहते हैं अपने रौज़े पर बुलाते हैं उन्हें मिल जाता है गोया वो साया ‘अर्श-ए-आ’ज़म का तेरी दीवार…