Tajdar-e-Haram Ho Nigah-e-Karam Naat Lyrics

  • Tajdar-e-Haram Ho Nigah-e-Karam Naat Lyrics

    Tajdar-e-Haram Ho Nigah-e-Karam Naat Lyrics     क़िस्मत में मेरी चैन से जीना लिख दे डूबे न कभी मेरा सफ़ीना लिख दे जन्नत तो ठिकाना है मगर दुनिया में ऐ कातिब-ए-तक़दीर मदीना लिख दे ताजदार-ए-हरम ! हो निगाह-ए-करम हम ग़रीबों के दिन भी सँवर जाएंगे हामि-ए-बे-कसां ! क्या कहेगा जहाँ आप के दर से ख़ाली…