Shah-e-Laulaak Ka Sadqa

  • Shah-e-Laulaak Ka Sadqa Mera Markaz Bareli Hai Naat Lyrics

    Shah-e-Laulaak Ka Sadqa, Mera Markaz Bareli Hai Naat Lyrics   क़ाइद-ए-मोहतरम, है वो फ़ैज़-ए-क़दीर मेरा अहमद रज़ा, ला-जवाब, बे-नज़ीर राहत-ए-जान है, रूह की ताज़गी जानिब-ए-तयबा की तो रज़ा है लकीर झूम कर कह उठा, उन का हर इक गदा आ’ला हज़रत मेरा रहनुमा, मेरा पीर शह-ए-लौलाक का सदक़ा, मेरा मर्कज़ बरेली है यक़ीनन फ़ज़्ल है…