Naat-e-Mustafa Sun Kar Rooh Jab Machalti Hai Naat Lyrics

  • Naat-e-Mustafa Sun Kar Rooh Jab Machalti Hai Naat Lyrics

    Naat-e-Mustafa Sun Kar Rooh Jab Machalti Hai Naat Lyrics   ना’त-ए-मुस्तफ़ा सुन कर रूह जब मचलती है ‘आशिक़ों के चेहरे से चाँदनी निकलती है उन के सदक़े खाते हैं, उन के सदक़े पीते हैं मुस्तफ़ा की चौखट से काएनात पलती है थाम कर शह-ए-दीं की रहमतों की ऊँगली को जन्नत-ए-मोहब्बत में ज़िंदगी टहलती है काश…