Muhammad Mazhar-e-Kaamil Hai Haq Ki Shaan-e-Izzat Ka Naat Lyrics
Muhammad Mazhar-e-Kaamil Hai Haq Ki Shaan-e-Izzat Ka Naat Lyrics मुह़म्मद मज़्हर-ए-कामिल है ह़क़ की शान-ए-इ़ज़्ज़त का नज़र आता है इस कसरत में कुछ अंदाज़ वह़्दत का ये ही है अस्ल-ए-अ़ालम माद्द-ए-ईजाद-ए-ख़ल्क़त का यहाँ वह़्दत में बरपा है अ़जब हंगामा कसरत का गदा भी मुन्तज़िर है ख़ुल्द में नेकों की दा’वत का ख़ुदा दिन ख़ैर…