Arsh-e-Haq Hai Masnad-e-Rif’at Rasoolullah Ki Naat Lyrics
Arsh-e-Haq Hai Masnad-e-Rif’at Rasoolullah Ki Naat Lyrics अर्श-ए-हक़ है मसनद-ए-रिफ़’अत रसूलुल्लाह की देखनी है हश्र में इज़्ज़त रसूलुल्लाह कीक़ब्र में लहराएँगे ता-हश्र चश्मे नूर के जल्वा फ़रमा होगी जब तल’अत रसूलुल्लाह की काफ़िरों पर तेग़-ए-वाला से गिरी बर्क़-ए-ग़ज़ब अब्र आसा छा गई हैबत रसूलुल्लाह की ला व रब्बिल-अर्श ! जिस को जो मिला उन से…