Apni Rahmat Ke Samundar Mein Utar Jaane De Naat Lyrics
Apni Rahmat Ke Samundar Mein Utar Jaane De Naat Lyrics अपनी रहमत के समुंदर में उतर जाने दे बे-ठिकाना हूँ अज़ल से, मुझे घर जाने दे अपनी रहमत के समुंदर में उतर जाने दे न मैं तख़्त मंगाँ, न मैं ताज मंगाँ न मैं मंगदी हाँ मैनूँ ज़र मिल जाए अपनी रहमत के समुंदर…