Amal Ka Ho Jazba Ata Ya Ilaahi Naat Lyrics

  • Amal Ka Ho Jazba Ata Ya Ilaahi Naat Lyrics

    Amal Ka Ho Jazba Ata Ya Ilaahi Naat Lyrics   ‘अमल का हो जज़्बा ‘अता, या इलाही ! गुनाहों से मुझ को बचा, या इलाही ! मैं पाँचों नमाज़ें पढ़ूँ बा-जमा’अत हो तौफ़ीक़ ऐसी ‘अता, या इलाही ! मैं पढ़ता रहूँ सुन्नतें, वक़्त ही पर हों सारे नवाफ़िल अदा, या इलाही ! दे शौक़-ए-तिलावत, दे…