Ahmad Raza Ka Taaza Gulistaan Hai Aaj Bhi Naat Lyrics
Ahmad Raza Ka Taaza Gulistaan Hai Aaj Bhi Naat Lyrics अहमद रज़ा का ताज़ा गुलिस्ताँ है आज भी ख़ुर्शीद-ए-इल्म उन का दरख़्शाँ है आज भी ईमान पा रहा है हलावत की ने’मतें और कुफ्र तेरे नाम से लर्ज़ां है आज भी किस तरह इतने इल्म के दरिया बहा दिए उल्मा-ए-हक़ की अक़्ल तो…