Afsos Bahut Door Hun Gulzar-e-Nabi Se Naat Lyrics
Afsos Bahut Door Hun Gulzar-e-Nabi Se Naat Lyrics अफ़सोस ! बहुत दूर हूँ गुलज़ार-ए-नबी से काश ! आए बुलावा मुझे दरबार-ए-नबी से उल्फ़त है मुझे गेसू-ए-ख़मदार-ए-नबी से अब्रू-ओ-पलक, आँख से, रुख़्सार-ए-नबी से बूसैरी ! मुबारक हो तुम्हें बुर्द-ए-यमानी सौग़ात मिली ख़ूब है दरबार-ए-नबी से बीमार ! न मायूस हो, तू हुस्न-ए-यक़ीं रख दम…