उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं
उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं जमीले-क़ादरी शायद हबीबे-हक़ बुलाते हैं जगा देते हैं क़िस्मत चाहते हैं जिस की दम भर में वो…
Naat Lyrics
उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं उमंगें जोश पर आईं, इरादे गुदगुदाते हैं जमीले-क़ादरी शायद हबीबे-हक़ बुलाते हैं जगा देते हैं क़िस्मत चाहते हैं जिस की दम भर में वो…