PYASE IMAM ASSALAM ALI MAQAM ASSALAM NAAT LYRICS

 


Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam
Zahra ke lal Assalam Ali Maqam Assalam..(2)

Zikar tumhara jab likha rone laga kalam Hussain ,
Kaise hai waqiyate gham aztaro rahe Hussain,
Dil mai tumhari yaad hai houtoo pai hai alam Hussain (2)

Lete rahenge hashrah tak naam tumhara ya Hussain…
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam Assalam
Zahra ke lal Assalam Ali Maqam Assalam ..(2)

Bhul na jayege kabi app ki zindagi Hussain,
Teero ke saye mai dekhi khalik ki bandage Hussain,
App ke khoon se huai deen mai roushni Hussain (2)

App ne jag maga Diya deene muhammadi Hussain…
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam Assalam
Zahra ke lal Assalam Ali Maqam Assalam Assalam (2)

App ne kise shaan se sabr ka inteha Kiya,
Wakth pada too app nai akbar sa noujawa Diya,
Phir b wahi agar kami sa be zuba diya(2)

Shoro nai gul sata Diya Deen-E-Nabi bachaliya……
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam
Zahra ke lal Assalam Ali Maqam Assalam…..(3)

 

 

प्यासे इमाम, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम,
ज़हरा के लाल, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम.. (2)

ज़िक्र तुम्हारा जब लिखा, रोने लगा कलम हुसैन,
कैसे हैं वाक़ियात-ए-ग़म, अज़्तरो रहे हुसैन,
दिल में तुम्हारी याद है, होंठों पे है आलम हुसैन (2)

लेते रहेंगे हश्राह तक, नाम तुम्हारा या हुसैन…
प्यासे इमाम, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम अस्सलाम,
ज़हरा के लाल, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम अस्सलाम.. (2)

भूल ना जाएंगे कभी आपकी ज़िंदगी हुसैन,
तीरों के साए में देखी ख़ालिक की बंदगी हुसैन,
आपके ख़ून से हुई दीन में रौशनी हुसैन (2)

आपने जगमगा दिया दीन-ए-मुहम्मदी हुसैन…
प्यासे इमाम, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम अस्सलाम,
ज़हरा के लाल, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम अस्सलाम.. (2)

आपने किसी शान से सब्र का इंतेहा किया,
वक़्त पड़ा तू आपने अकबर सा नौजवान दिया,
फिर भी वही अगर कमी से बे-जुबा दिया (2)

शुरू नहीं गुल साँपता दिया दीन-ए-नबी बचालिया…
प्यासे इमाम, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम,
ज़हरा के लाल, अस्सलाम अली मकाम अस्सलाम….. (3)

 

પ્યાસે ઇમામ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ,
ઝહરા કે લાલ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ.. (2)

જિકર તુમહારા જબ લિખા, રોને લગા કલમ હુસૈન,
કેમ છે વાકિયાતે ગ઼મ, અજ઼્તરો રહે હુસૈન,
દિલમાં તુમહારી યાદ છે, હોઠો પર છે આલમ હુસૈન (2)

લેતે રહેશે હશ્રાહ તાક, નામ તુમહારો યા હુસૈન…
પ્યાસે ઇમામ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ અસ્સલામ,
ઝહરા કે લાલ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ અસ્સલામ.. (2)

ભૂલ ના જવાયગે કભી આપની જિંદગી હુસૈન,
તીરોના સાયે માં દેખી ખ઼ાલિક ની બંધગી હુસૈન,
આપને ખ઼ૂન સે હુઈ દીનમાં રૌશની હુસૈન (2)

આપને જગમગા દિયા દીન-એ-મુહમ્મદી હુસૈન…
પ્યાસે ઇમામ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ અસ્સલામ,
ઝહરા કે લાલ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ અસ્સલામ.. (2)

આપને કોઈ શાન સે સબ્ર કા ઇંતેહા કિયા,
વક઼્ત પડો તો આપ ને અકબર સા નૌજવાન દિયા,
ફિર પણ વહી અગર કમી સા બે જુબા દિયા (2)

શુરૂ નહિ ગુલ સતાયા દીન-એ-નબી બચાલિયા…
પ્યાસે ઇમામ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ,
ઝહરા કે લાલ, અસ્સલામ અલી મકામ અસ્સલામ….. (3)

প্যাসে ইমাম, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম,
জাহরা রে লাল, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম.. (২)

জিকর তোমার যখন লেখা, রোনে লাগল কলম হুসেন,
কেমন হোয় ওয়াকয়াতে গম, আজতরো রহে হুসেন,
দিলে তোমার ইয়াদ আছে, হোঁঠে পাই আছে আলম হুসেন (২)

লেতে রাহবে হাশরাহ তাক, নাম তোমার যা হোসেন…
প্যাসে ইমাম, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম আসসালাম,
জাহরা রে লাল, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম আসসালাম.. (২)

ভুল না জাবেগে কভী তোমার জীবন হুসেন,
তীরের ছায়ে ময় দেখি খালিকের বন্দগী হুসেন,
তোমার খুন সে হুয়ে দীনে রৌশনি হুসেন (২)

তোমাকে জগমগা দিয়া দীন-এ-মুহাম্মদী হুসেন…
প্যাসে ইমাম, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম আসসালাম,
জাহরা রে লাল, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম আসসালাম.. (২)

তোমাকে কিসে সান সে সবর কা ইনতেহা কিয়া,
ওয়াকত পড়া তুমি অকবর সা নৌজাওয়ান দিয়া,
ফিরও এই আগর কমি সা বে জুবা দিয়া (২)

শোরো নয়ি গুল সাতা দিয়া দীন-এ-নবি বাছালিয়া…
প্যাসে ইমাম, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম,
জাহরা রে লাল, আসসালাম আলি মকাম আসসালাম….. (৩)

 

Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam,
Lal de Zahra Assalam Ali Maqam Assalam.. (2)

Quand on mentionne ton nom, la plume commence à pleurer Hussain,
Comment sont les récits de douleur, les larmes coulent pour Hussain,
Dans le cœur, ton souvenir est une source de tristesse, oh Hussain (2)

Nous prononcerons ton nom jusqu’au jour du jugement, oh Hussain…
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam,
Lal de Zahra Assalam Ali Maqam Assalam.. (2)

Jamais nous n’oublierons ta vie, oh Hussain,
Sous l’ombre des flèches, nous avons vu la servitude du Créateur, oh Hussain,
Par ton sang, la lumière a été apportée à la religion, oh Hussain (2)

Tu as illuminé la religion de Muhammad avec ta lumière, oh Hussain…
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam,
Lal de Zahra Assalam Ali Maqam Assalam.. (2)

Avec quelle dignité tu as atteint le sommet de la patience,
Quand le moment est venu, tu as donné un Abkar comme jeune homme,
Même alors, si une lacune était là, tu as répondu sans parler (2)

Tu as commencé à semer les roses, tu as préservé la religion du Prophète…
Pyase imam Assalam Ali Maqam Assalam,
Lal de Zahra Assalam Ali Maqam Assalam.. (3)

 

 

پیاسے امام، السلام علی مقام السلام،
زہرا کے لال، السلام علی مقام السلام.. (٢)

زکر تمہارا جب لکھا، رونے لگا قلم حسین،
کیسے ہیں واقعاتِ غم، آزتاروں میں رہے حسین،
دل میں تمہاری یاد ہے، ہوتوں پہ ہے عالم حسین (٢)

لیتے رہیں ہشرہ تک، نام تمہارا یا حسین…
پیاسے امام، السلام علی مقام السلام،
زہرا کے لال، السلام علی مقام السلام.. (٢)

بھول نہ جائیں گے کبھی آپ کی زندگی حسین،
تیروں کے سائے میں دیکھی خالق کی بندگی حسین،
آپ کے خون سے ہوئی دین میں روشنی حسین (٢)

آپ نے جگمگا دیا دینِ محمدی حسین…
پیاسے امام، السلام علی مقام السلام،
زہرا کے لال، السلام علی مقام السلام.. (٢)

آپ نے کسی شان سے صبر کا انتہا کیا،
وقت پڑا تو آپ نے اکبر سا نوجوان دیا،
پھر بھی وہی اگر کمی سے بے زبان دیا (٢)

شروع نہیں گل ستا دیا دینِ نبی بچالیا……
پیاسے امام، السلام علی مقام السلام،
زہرا کے لال، السلام علی مقام السلام….. (٣)

 

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