Sallu Alayhi Wa Aalihi Naat Lyrics

 

स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि
स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि

आए ग़म जिधर से उधर गए
मेरे बिगड़े काम संवर गए
मैंने जब ज़ुबान से ये कहा

स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि
स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि

मैं था क्या, मुझे क्या बना दिया
मुझे इश्क़े-अहमद अता किया
हो भला हुज़ूर की आल का

स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि
स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि

मरे जब सजन है यही दुआ
हो ज़ुबां पे या नबी मुस्तफ़ा
मेरे कफ़न पर हो लिखा हुवा

स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि
स़ल्लू अ़लयहि व आलिहि

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